New education policy: भारत में तक सभी यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन का पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम साल साल का हुआ करता करता था था शिक्षा व्यवस्था को लेकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति नीति नीति नीति में दिए गए सुझावों में इसे साल का करने सलाह दी गयी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी थी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी गयी जिससे में पढ़ाई करने वाले छात्र भी वैश्विक स्तर पर चलाये जा रहे पाठ्यक्रमों की बराबरी कर सकें और अपना भविष्य बनाने के ज्यादा और बेहतरीन मौके मिल पाएं. इसी में अब से से से साल साल में ग्रेजुएशन की डिग्री प्रदान की जाएगी जाएगी जिसकी घोषणा यूजीसी सोमवार को करने जा रही है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है है रही रही रही रही जिसमें यूजीसी 4 वर्षीय के लिए सभी नियम नियमर निर्देश साझा करेगी करेगी.
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दिल्ली के कॉलेज ऑफ वोकेशनल स स्टडीज इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेस प्रोफेस ike डॉ. वेदव्रत ने बताया कि यूजीसी ने आधिक आधिकारिक रूप से अभी तक इसकी घोषण घोषणा नहीं की है है. इसके बावजूद 2022 से हुए सत्र में में में साल पाठ्यक्रम में ही छात्रों का एडमिशन लिया जा जा रहा है है है. उन्होंने कि पश्चिमी देशों में ग ग ग के सभी सभी पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम 4 साल हैं हैं हैं. इसी देखते हुए हुए 2020 में नीति में भारत में भी भी साल साल पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम को लागू की की सिफारिश की गई थी जिसे अब लागू किया जा रहा है.
उन्होंने कि नेशनल टेसटेस एजेंसी के के माध्यम से सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ेंस का आयोजन किया गया था था. इसमें 67 यूनिवर्सिटी हिस्सा लिया था और इसी के माध्यम से छात्रों का एडमिशन लिया गया गया. इससे को काफी फायदा मिलेगा और फिर आगे उन्हें मास्टर्स डिग्री लेने भी भी काफी आसानी होगी होगी.
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इन में क्रेडिट सिस्टम लागू होगा होगा, जिसके तहत 160 क्रेडिट स्कोर करने वालों को ऑनर्स की डिग्री दी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी जाएगी दी दी दी दी दी दी दी दी वैसे जो नियमित नियमित 03 साल पढ़ाई को पूरी पूरी करते हैं हैं चौथे साल में रिस रिस रिस रिस सबर्च सब्जेक्ट भी चुनने का दिया जा जाएगा जाएगा जाएग ASC. इस अगर कोई छात्र पूरे पूरे साल साल के कोर्स को कम्प्लीट नहीं करते हैं हैं तो उन्हें ग्रेजुएशन की डिग्री नहीं मिलेगी मिलेगी. बल्कि जितनी पढ़ाई पढ़ाई की है है उसके आधार पर जैसे एक साल में सेटिफिकेट कोर्स कोर्स कोर्स कोर्स साल में डिप्लोमा कोर्स और और साल में कोर्स का का सर्टिफिकेट उपलब्ध जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा जाएगा करवाया करवाया करवाया करवाया करवाया करवाया करवाया
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उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम को नए सिरे से निर्धारित किया गया है है जिससे स्टूडेंट्स को काफी एकाफी एकर मिलेगा मिलेगा मिलेगा. इसमें औद्योगिक औद्योगिक, रोजगार, कौशल और तकनीकी शिक्षा जैसी विशेषताओं को समाहित किया गया है है. जिससे फायदा होगा कि अगर कोई ग्रेजुएशन कर रहा है है है वो सामान्य डिग्री ना लेकर उस विषय में अपनी अपनी विशेषताओं को को निखा निखा निखा कर क क उसमें विशेषज कर सकेर सकेर कासिल कर सके. जैसे या अंग्रेजी विषय से ग्रेजुएशन कर रहा है है है तो उसके साथ वो पत्रकारिता पत्रकारिता या कंटेंट राइटर जैसे गुणों को कर उनमें अपना भविष्य बना सकते हैं हैं हैं. इस की कई अन्य नई विशेषताओं का समन्वय इस नई प पाठ्यक्रम में किया गया गया है है जो आने वाले समय मे छात्रों को भविष भविष भविष भविष भविष को को भविष भविष कार मददगा सस होगीाबित होगीाबित होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी होगी.
Delhi News: पब्लिक में संदिग्ध हालत में मिला तीन साल के मासूम का शव शव जताई जा रही ये आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका आशंका