17 months agoName: प्रतीत van
आज दिवस है है है… 26 जनवरी इस दिन दिन का महत्व हर भारतीय जानता और समझता है ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। आजादी भी आगे आगे आगे अपने संविधान संविधान… अपने को गढ़ने का ये उत्सव हर साल मनाया जाता है।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
लेकिन आप जानते हैं कि हमारे पहले पहले गणतंत्र दिवस… यानी 26 जनवरी, 1950 को क्या था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था
आखिर बनने का मतलब क्या है और उस दिन ऐसा क्या हुआ था जिसने हमेशा के लिए भारत को गणतंत गणतंत Ct
आइए, हम बताते हैं कि आखिर क्या था उस दिन का पूरा।।।।।।।।।। How does it work?
दोपहर 1: 30… की सड़कों पर निकली राष्ट्रपति की शाही बग्घी बग्घी बग्घी बग्घी बग्घी बग्घी बग्घी
शपथ ग्रहण पूरा होने के बाद बाद दोपहर दोपहर दोपहर दोपहर दोपहर राष्ट्रपति से राष्ट्रपति राष्ट्रपति घोड़ों घोड़ों की बग्घी में सवार होकर ध्यानचंद के लिए लिए हुए हुए जो उस समय इरविन के नाम से जाता था।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
ध्यानचंद में देश के पहले पहले गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया।।।।।।।। राष्ट्रपति सवारी दिल्ली में संसद मार्ग मार्ग मार्ग कनाट सर्कस सर्कस, रोड रोड, रोड से तिलक म मार मार मार होते हुए स स स स स स स स स ct
पूरे बग्घी के साथ राष्ट्रपति का घुड़सवार बॉडीगार्ड दस्ता रहा।।।।।। साथ ग्वालियर लैंसर्स का घुड़सवार बैंड संगीत की धुनें धुनें बिखेरते चले।।।।।
At 10:38…भारत की पहली सरकार ने ली शपथ
राष्ट्रपति धन्यवाद भाषण के बाद सुबह सुबह सुबह 10:38 भारत की पहली सरकार ने शपथ ग्रहण की ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।
सबसे पंडित जव जव जव उनके सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बतौर उप प्रधानमंत्री शपथ ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।
इसके पूरी कैबिनेट कैबिनेट, लोकसभा स्पीकर स्पीकर, सुप्रीम के चीफ जस्टिस और अन्य जजों और जनर जनरल ने शपथ ली ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ।।।।। ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली
How to earn your money
सुबह 10: 32… के पहले राष्ट्रपति ने दिया पहला धन्यवाद भाषण भाषण भाषण भाषण भाषण भाषण भाषण भाषण
शपथ ग्रहण, राष्ट्रगान और तोपों तोपों की सलामी के बाद भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ डॉ. How does it work?
How to make your money That’s it. राजेंद्र ने बतौर राष्ट्रपति अपना पहला भाषण हिंदी में ही दिया।।।।।।
सुबह 10: 30… गया गवर्नरजनरल का झंडा झंडा पहली बार फहराया गया राष्ट्रपति का ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज ध्वज
राष्ट्रपति शपथ लेने के ब बाद ठीक सुबह सुबह सुबह सुबह सुबह 10:30 गवर्नर हाउस पर पर पर लहरा गवर्नरल करल का ध्वज नीचे क क क गया।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। गया गया गया गया गया गया
इसके बाद पहली बार गवर्नर हाउस पर o
झंडे बदलने के साथ ही बैंड ने भारत का राष्ट्रगान बजाया और और तोपों तोपों की सलामी के साथ खड़ी जनता के सामने सत्ता की की घोषणा हो।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
उस जो झंडा राष्ट्रपति भवन पर फहराया गया था वह तिरंगा नहीं था।।।।।।।। How to earn your money
In 1971 there was a great number of years in the United States
How to earn your money पहले में अशोक स्तंभ स्तंभ हिस्से हिस्से अजंता अजंता की गुफाओं में बना बना हाथी हाथी तीसरे हिस्से लाल किले में बना तराजू और चौथे हिस्से सारनाथ में कमल के वेस को को गया।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
In 1971 there were a large number of years in the United States 15 अगस्त, 1971 राष्ट्रपति भवन पर भी तिरंगा फहराया जाने लगा।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। राष uction के ध्वज को अब उनके उनके चिन्ह तौर पर इस्तेमाल किया किया जाता ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।। ।।।।।।।
At 10:24… डॉ. How does it work?
गवर्नर की घोषणा के ठीक ठीक ठीक मिनट बाद यानी सुबह सुबह सुबह सुबह सुबह सुबह मिनट मिनट भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ डॉ राष्ट्रपति राष्ट्रपति राष्ट्रपति राष्ट्रपति राष्ट्रपति राष्ट्रपति राष्ट्रपति राष्ट्रपति How does it work?
Yes. राजेंद्र को जस्टिस हरिलाल कानिया ने गवर्नर हाउस के दरबार हॉल में शपथ।।।।।।।।।
ब्रिटिश में भारत की सर्वोच्च कोर्ट को फेडरल कोर्ट ऑफ इंडिया कहा जाता।।।।।।।।। On December 14, 1947 in the United States How to make your money
1950 में सुप्रीम कोर्ट का गठन हुआ था और कानिया उसके पहले चीफ जस्टिस जस्टिस ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।।।।।।
यह के आजाद होने की प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण पल ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। क्योंकि के बाद भारत को औपचारिक रूप से अपना राष्ट्राध्यक्ष मिला।।।।।।
At 10:18… ‘इंडिया, दैट इज भारत…’ from the program
There are several ways you can earn your money. राजेंद्र प्रसाद ‚ What is the best way to earn money?
This is the best choice. Of course, yes. जवाहर लाल नेहरू नेहरू सरदार वल्लभ भाई पटेल और अन्य नेता नेता ही नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं देश आए आए कई कई कई मेहमानों की में ठीक ठीक ठीक ठीक ठीक बजकर बजकर बजकर बजकर बजकर 18 प प प ARM जन Acht सी राजगोपालाचा राजगोपालाचा ie राजगोपालाचा घोषणा की कि भारत भारत एक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक प्रजातांत्रिक संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु संप्रभु गणतंत्र है।।
At 07:30 it goes out. राजेंद्र राजघाट पहुंचे पहुंचे महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि श्रद्धांजलि श्रद्धांजलि श्रद्धांजलि श्रद्धांजलि श्रद्धांजलि
January 26, 1950 … in time दिल्ली खुश्क सर्दी के बीच सुबह सुबह 7 से 8 के डॉ डॉ राजेंद्र प्रसाद ने राजघाट पहुंचकर गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। की की की की की की
Yes. राजेंद्र को दो ही ही दिन पहले पहले य यानी यानी 24 जनवरी, 1950 को असैंबली ने ने Word सर Word से Wrong how to earn your money
अभी है पहले परमवीर चक्र की कहानी कहानी हर मिनट के अपडेट के लिए जुड़े हिए रहिए …
समझिए, स्वतंत्रता से इतर गणतंत्र दिवस का क्यों है इतना महत्व महत्व महत्व महत्व महत्व महत्व महत्व महत्व
सिर्फ से आजादी काफी नहीं थी थी थी हमें क करना था भारत का का शासन चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा चलेगा
हम जानते हैं कि कि कि 15 अगस्त, 1947 को ने ब्रिटिश रूल से मुक्ति हासिल कर थी थी ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। How to earn your money
ब्रिटिश से मुक्ति का मतलब ये ये था कि भारत को अपनी शासन व्यवस्था खड़ी करनी थी।।।।।।।।।।।।। यानी का पावर ट्रांसफ ट्रांसफ ie ब्रिटिश हुकूमत से के राष्ट्राध्यक्ष के पास होना होना होना जरूरी।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
मगर समय तक भारत की शासन व्यवस्था का कोई ढांचा तय नहीं था।।।।।।।।

पावर ट्रांसफ ike की तय करने के बनी बनी बनी थी कॉन्स्टिट्टिट्युएंट कॉन्स्टिट्टिट्युएंट असेंबली असेंबली असेंबली मगर इसी मुद्दे पर पर पार्टिशन पहले हो गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया गया
जब हुकूमत से भारत की आजादी तय हुई तो सबसे सबसे पहले इसी पर बहस शुरू हुई कि भ भारत में शासन कैसे चलेगा कौन संभालेगा और कानून क्य ASC।
यह व्यवस्था तय करने के लिए एक एक कॉन कॉन कॉन कॉन कॉन कॉन सदस्यों ये असेंबली न सिर्फ संविधान बनाती भारतीय सरकार का पूरा ढांचा तय करती।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। इन को प्रोविशिंयल असेंबली के सदस्य चुनने वाले थे ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। ।।।।।।।। के के व व थे।
अगस्त, 1946 में इसकी इसकी इसकी सीटों के लिए चुनाव हुए और और 208 सीटें कांग्रेस ने ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।। मुस्लिम लीग लीग 73 hours a day मुस्लिम ने इसी बात पर प्रक्रिया में असहयोग शुरू शुरू कर।।।।।।।।।।।।।
9 दिसंबर, 1946 को असेंबली की पहली बैठक हुई हुई थी थी इस दौरान दौरान कुछ खास नहीं हो।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।

18 जुलाई, 1947 को संसद से पास हो गया था इंडियन इंडिपेंडेंस इंडिपेंडेंस एक्ट एक्ट एक्ट एक्ट एक्ट एक्ट एक्ट एक्ट एक्ट
मुस्लिम और कांग्रेस के मतभेदों के के बाद भड़के सांप्रदायिक दंगों वजह वजह से व वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन माउंटबेटन जून 3 जून, 1947 को कर थी ंत ंत ंत थी ंत ंत cent
पहले मिशन प्लान के तहत कॉन्स्टिट्युएंट असेंबली को भारत शासन और संविधान का ढांचा तैयार तैयरना थ th। In the 1948s of the United States of America
मगर नहीं हुआ और इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट एक्ट एक्ट 18 जुलाई, 1947 को संसद में प पारित हो गया।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। How to earn your money
विभाजन की प्ruT

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15 अगस्त, 1947 को आजाद तो हो गया गया मगर कानून अब तक ब ब ब ही चल हे हे थे ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। अंतर इतना था कि डोमिनियन के दर्जे के साथ अब ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन की जगह भारतीय सी सी. राजगोपालाचारी of the cost
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ब्रिटिश की जगह कॉन कॉन कॉन पूरे दो साल साल अगस्त अगस्त संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन कर दिया गया था ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।। ।।।
कॉन्स्टिट्युएंट From 11 days ago दो साल महीने महीने और और दिन काम करने के बाद इस ने ने संविधान और भारत के शासनतंत्र का ढांचा तैयार तैया।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
इस ढांचे के तहत राष्ट्रपति ही भारत का ‚

राष्ट्रपति शपथ लेने के स साथ हुआ था असली सत्ता हस्तांतरण हस्तांतरण हस्तांतरण हस्तांतरण हस्तांतरण हस्तांतरण

26 जनवरी, 1950 की अहम घटना थी थी भारत के पहले राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण।।।।।।।।।।।।।। इस ग्रहण के साथ ही भारत की सत्ता का पूरा ढांचा बदल गया।।।।।।।।
इसी राष्ट्रपति ने शपथ लेने के के बाद अपने और को को शपथ दिलाई दिलाई ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। ।।।।।।।।।।। इस भारत की पहली स्वयंभू और संविधर संविधानसम्मत सरकार अस्तित्व में थी थी ।।।। ।।।। ।।।। ।।।। ।।।। ।।।। ।।।। ।।।।