कभी के सदस्यों को टिकट देने के के लिए दबाव बनाने का आरोप तो कभी अपने बयान से पार्टी को असहज करने की राजनीति राजनीति. यूपी वर्ग के नेता नेता के तौर तौर पर पहचाने जाने वाले स्वामी स्वामी प्रसाद मौ मौ मौ मौ मौ सियासी सफर सफर जितना जितना लमा लमा हैा है है ही समय समय पप बय बयबय लेक लेक को को फिर फिर स्वामी स्वामी प्रसाद अपने बयान वजह चर्चा हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा चर्चा .
रामचरितमानस विवादित और अमर्यादित अमर्यादित टिप्पणी कर कर के समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी स्वामी प्रसाद मौर्य एक एक बार फिर चर च च च च च च में गए आ गए गए गए गए हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं. इस उन्होंने करोड़ों लोगों के आराध्य आराध्य राम की कथा रामचरितमानस के कुछ अंशों पर पर टिप्पणी करते हुए न सिर्फ उसे उसे दलितों और वंचितों के बता दिया बल्कि घर घर पढ़े वाले लेकर ये ये तक तक कह दिया उसे करोड़ों हिंदू बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि बल्कि There is a good chance there is a problem. इसके स्वामी पर पुलिस केस दर्ज होने से लेकर विरोध प्रद प्रद ike तक शुरू हो गया गया. हालांकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर नहीं नहीं कहा है है.
स्वामी मौर्य का सियासी सफर लमर लम्बा है और हर बार सियासी विरोधियों लिए विवादित विवादित बयान देकर आक्रामक होते हे हैं हैं. 25 साल ज़्यादा समय से यूपी की राजनीति में पिछड़े वर्ग के नेता के तौर पर वो सक्रिय रहे हैं हैं इसके साथ ही उनके विवादित बयानों की भी फेहरिस्त लम्बी नहीं है है. मौर्य जिस पार्टी में रहे हों हों हों उन्होंने बयानों का और विवादों ने उनका साथ नहीं छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा छोड़ा नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं यहां कि उनके प पार पार पार पार छोड़ने से भी हमेश हमेशा वो अपनी मौजूदा पार्टी के ऊपर भी आरोप लगाते रहे रहे.
कभी तीन तलाक… Фो कभी राम का सौदा
स्वामी मौर्य ने ने ने 2014 में समाज पार्टी में में ie हुए हिंदुओं की विव विवाह परम्प परम्प परम्प परम्प पर ही प प mourning हमला दिया था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था था दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया दिया उन्होंने था कि हिंदू विवाह में गौरी गणेश की पूज पूजा नहीं होनी चाहिए चाहिए. इसके उन्होंने ये तर्क दिया था था कि इससे इससे दलितों को को ग़ुलाम बनाया जाता जाता है है, जबकि 2017 में मीडिया दिए एक एक एक एक एक उन्होंने उन्होंने था कि मुस्लिम के तीन तीन हवस हवस मिटाने मिटाने के लिए करते हैं जिससे वो बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते बदलते रहें. There is a good chance there is a problem.
योगी सरकार 5 days a week
स्वामी पूरे पांच साल साल तक भले भले ही बीजेपी के मंत मंत्री रहे रहे हों हों हों लेकिन लेकिन 2022 के विधानसभा से बीजेपी बीजेपी बीजेपी बीजेपी छोड़ते छोड़ते छोड़ते छोड़ते छोड़ते छोड़ते ही ही प प प प को र र सौदागाग उन्होंने कि बीजेपी का भी भी सौदा सौदा सौदा भी भी भी भी भी भी भी भी भी का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का का कर हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं को को भी देते हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैंacaaaooooorabableleleleorlr ont ontrrlelelelelerlerarafiarafarafararafargakar.eepeemereperreeniererzetalalenschappenenadondacondaclelelelerilerrlrr ontspoto पांच साल तक जिस पार्टी के मंच पर स्वामी लगातार दिखे दिखे उसी के बारे में उनके बयान ने को को को चौंका दिया था. उनके पर बवाल होने के बाद उस समय भी भी समाजवादी पार्टी ने बयान से पल्ला झाड़ लिया था था. यही नहीं, चुनाव से ठीक पहले बीजेपी बीजेपी छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी को स सांप बता दिया था और कहा था था था कि ‘स्वामी रूपी ूपी नेवलct नेवल नेवलct बीजेपी कोख खा जict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict जाएगict .’ उसके से बीजेपी के कार्यक कार्यक कार्यक कार्यक और सेल ने ने स्वामी प्रसाद मौर्य को नेवला ही कहकर टर ट्रोल करना शुरू कर कर दिया था था था.
20 years ago BSP program
स्वामी मौर्य का जन्म जन्म 2 जनवरी 1954 को में हुआ था था था उन्होंने राजनीतिक राजनीतिक कर्मभूमि रायबरेली को बन बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बनाया बन बन बन बन बन बन बन बन बन 1991 में पहले स्वामी जनता दल में शामिल हुए और स्थानीय स्तर पर सक्रिय रहे रहे. There are several ways you can earn your money. 1996 में प्रसाद डलमऊ से विधानसभा से चुनाव लड़े और बीएसपी के विधायक बने बने. पहली विधायक बने स्वामी प्रसाद मौर्य को मायावती ने मंत्री बना दिया दिया. उसके चुनावी राजनीति में स्वामी प्रसाद के कदम बढ़ते चले गए गए. 2002 has been many years. दलितों के को आधार बनाने वाली बीएसपी में स्वामी प्रसाद मौर्य को में अपनी जाति जाति के एकमात्र नेता होने का मिला मिला. इसके ही उनकी आक्रामक छवि और सदन में बोलने की क्षमता की वजह वो वो विधानसभा मामलों में बयान देने और सदन मुद्दों मुद्दों को के लिए भी प्रमुख चेहरा रहे रहे.
2007
साल 2007 के चुनाव में हार के बाद पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य की सीट बदल दी दी दी. उसके बाद 2012 में कुशीनगर की पडरौना सीट से चुनाव लड़ा और जीता जीता. उनकी शैली और विरोधियों को दबाव में लेने की क्षमता को देख कर मायावती ने उन्हें विधानसभा में में नेता प्रतिपक्ष बनाया विधानसभा चुनाव से से ठीक ठीक महीने महीने उन्होंने दे दिया अपनी नई पार्टी बना ली ली बना बना बना ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली ली बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना बना उस समय उन्होंने पार्टी के अन्य कई नेताओं की तरह ही वंचितों के हित को दरकिनार करने और टिकट के लिए लिए पैसा लेने का बीएसपी का बीएसपी सुपct बीएसपी सुपcters बीएसपी सुपcters ीमोctओं सुपctय मायावती परआ लगict लगाय लगाय लगictय लगाय लगictय लगाय लगictय लगाय लगictय लगाय लगictय लगाय लग ict य लग लग ic य लग लग i i लगाय लग i i लगाय लग ict i i य लग लग i i i i ict लग लग ict ict लग ict ict लग ict ic य लग arige. पार्टी भी कह दिय दिया कि वो अपने बेटी बेटे के लिए टिकट टिकट टिकट मांग थे थे थे थे थे थे थे थे थे